साथ ही तर्क और तथ्यों से उपद्रवियों की नीति, नीयत और मंशा पर सवाल उठाकर इन्हें समाज के जरिये ही कठघरे में खड़ा करने की कोशिश होगी। इसके लिए प्रदर्शन में शामिल लोगों की मीडिया के सामने बयां की गई सच्चाई को बताते हुए विरोध करने वालों की पोल भी खोलने की तैयारी है।
मुस्लिम धर्मगुरुओं की मदद लेंगे
संगठन के अलावा सरकार भी इस मुद्दे पर कानून के पक्ष में जनमत बनाने में लग गई है। उसने पहले ही उपद्रव और अशांति फैलाने वालों को कानून की सख्ती से समझाने और शांति से समझने वालों को संवाद के जरिये सच्चाई बताने का घोषणा करते हुए मंत्रियों को इसकी जिम्मेदारी सौंप रखी है।
अब भाजपा भी अगले सप्ताह से अभियान प्रारंभ करने जा रही है। इसके तहत सिर्फ हिंदुओं को ही नहीं बल्कि मुस्लिम धर्मगुरुओं की मदद से मुस्लिम समाज के बीच भी इस कानून के सच को पहुंचाकर भ्रम दूर करने की रणनीति बनी है। इस पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने काम शुरू भी कर दिया है।
वह पिछले तीन दिनों में कई मुस्लिम प्रतिनिधि मंडलों से मिलकर उनके सामने पूरे तथ्य रखकर उनसे मुस्लिम समाज के बीच पूरे और सही तथ्य रखने का आग्रह कर चुके हैं। उधर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पहल पर उससे संबद्ध अलग-अलग संगठनों ने भी 'नागरिक विचार मंच' के जरिये इस मुद्दे पर जनमत बनाने का काम शुरू कर दिया है।