लखनऊ। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष को फोन व सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी दी गई है। आरोप है कि दोनों पीड़ितों ने हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या की सोशल मीडिया व न्यूज चैनल पर कड़ी निंदा की थी। इसके बाद उन्हें धमकी दी गई। पीड़ितों की तहरीर पर जानकीपुरम व गोरखपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ितों ने आईजी कानून एवं व्यवस्था से मुलाकात करके सुरक्षा की मांग की है।
जानकीपुरम के सेक्टर-तीन निवासी विनय तिवारी अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष व उनके पिता राजेंद्र नाथ त्रिपाठी राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। विनय के मुताबिक वह राम मंदिर आदि मुद्दों व हिंदू पक्षकार के तौर पर न्यूज चैनल की डिबेट में हिस्सा लेता हैं। कमलेश तिवारी की हत्या पर 19 अक्तूबर की शाम चार से पांच बजे के बीच वह एक न्यूज चैनल पर डिबेट कर रहे थे।
डिबेट के बाद जब वह न्यूज़ रूम से बाहर निकले तो गोरखपुर निवासी पिता राजेंद्रनाथ त्रिपाठी ने बताया कि कमलेश तिवारी की हत्या से आहत होकर वह दोपहर करीब दो बजे फेसबुक पर लाइव आए थे। तभी 2:10 बजे किसी अहमद एम नाम के शख्स ने कमेंट किया कि अब तेरा नंबर है। इस कमेंट को उन्होंने नजरअंदाज कर दिया था। लेकिन, शाम 5:59 बजे उन्हें कॉल करके जान से मार देने की धमकी दी गई, जिससे वह सहम गए। इसके बाद कई और कॉल आईं जिन्हें उन्होंने रिसीव नहीं किया। घटना को गंभीरता से लेते हुए राजेंद्र ने गोरखपुर के बड़हलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी।
प्राइवेट नंबर से मिली धमकी
इधर, विनय के मुताबिक रविवार सुबह करीब 11:22 बजे उसके मोबाइल पर प्राइवेट नंबर लिख कर कॉल आई, जिसमें कोई नंबर शो नहीं कर रहा था। इस पर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। इसके बाद कई बार कॉल आती रही। सहमे विनय ने रविवार देर रात जानकीपुरम थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इंस्पेक्टर जानकीपुरम मुहम्मद अशरफ ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
आईजी ने एसएसपी को दिए सुरक्षा के निर्देश
विनय तिवारी ने बताया कि सुरक्षा को लेकर उन्होंने सोमवार को आईजी एलओ प्रवीण कुमार से मुलाकात की थी। पूरे प्रकरण की जानकारी लेने के बाद आईजी ने एसएसपी कलानिधि नैथानी से बात करके पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा आईजी ने एसएसपी गोरखपुर से भी फोन पर बात कर प्रकरण की जानकारी ली है।