लखनऊ। वाहन चेकिंग के दौरान वसूली की बढ़ती शिकायतों के बाद आखिरकार डीजीपी ओपी सिंह को पुलिसकर्मियों की हदें तय करनी पड़ीं। डीजीपी ने निर्देश दिया है कि पुलिसकर्मी गाड़ी के कागज चेक करने के लिए वाहन नहीं रोकेंगे। पुलिसकर्मी हेलमेट व सीट बेल्ट न लगाने वाले और अन्य यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के सिर्फ डीएल (driving license) चेक करेंगे। डीजीपी ने प्रदेश के सभी एसएसपी/एसपी को इन निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पूर्व सभी एडीजी जोन के साथ हुई बैठक में कानून-व्यवस्था को लेकर गहन चर्चा की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने चेकिंग के नाम पर लोगों को रोककर उनका उत्पीड़न किए जाने की बढ़ती शिकायतों पर कड़ी नाराजगी जताई थी। ऐसा करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिये थे। दरअसल, वाहन चेकिंग के दौरान प्रदूषण, आरसी (पंजीकरण प्रमाणपत्र) व बीमा जैसे कागज चेक करने के नाम पर पुलिसकर्मियों द्वारा वसूली की शिकायतें मिल रही थीं। एमवी (मोटर व्हेकिल) एक्ट में जुर्माने की राशि बढ़ाए जाने के बाद पुलिसकर्मियों के भारी जुर्माने का हवाला देकर वाहन चालकों का उत्पीड़न करने के कई मामले भी सामने आये। ऐसी बढ़ती शिकायतों पर डीजीपी ने अधीनस्थों के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री योगी की नाराजगी के बाद वाहन चेकिंग को लेकर बड़ा फैसला, अब पेपर चेक नहीं करेगी UP पुलिस